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विरामादि चिह्न

आम तौर पर एलेफ़ेन में विरामादि चिह्न का उपयोग लेखक पर निर्भर होता है लेकिन उनके प्रयोग सरल और संगत होना चाहिए। विरामादि चिह्न के उपयोग में कुछ नियमों का पालन किया जाता हैं जो बाक़ी यूरोपीय भाषाओं में विरामादि चिह्न के उपयोग से मिलते है।

वाक्य के पहले शब्द की शुरुआत में बृहदाक्षरों का उपयोग करना चाहिए।

मुख्य विरामादि चिह्न

सामान्य वाक्य के अंत में फ़ुल स्टॉप. ) का उपयोग किया जाता है।

वाक्य एक प्रत्यक्ष सवाल है तो उसके अंत में प्रश्न चिह्न? ) का उपयोग किया जाता है।

वाक्य में आश्चर्य, ख़ुशी, अफ़सोस, घृणा जैसी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए वाक्य के अंत में विस्मयसूचक चिह्न! ) का उपयोग किया जा सकता है।

वाक्य में विश्राम जताने के लिए या वाक्य के हिस्सों को अलग करने के लिए अल्पविराम, ) का उपयोग किया जाता है। सूचीबद्ध चीज़ों को अलग करने के लिए भी अल्पविराम का उपयोग किया जाता है।

संख्या लिखते समय पर दशमलव चिह्न के तौर पर अल्पविराम या डॉट का उपयोग किया जा सकता है। तीन अंकों के समूहों को अलग करने के लिए ख़ाली जगह का उपयोग किया जा सकता है।

उपविराम: ) के उपयोग से उसके आगे लिखित विषय के बारे में गहराई में वर्णन किया जा सकता है। उपविराम के पीछे एक पूर्ण वाक्य का उपयोग हो तो सो वाक्य की शुरुआत में बृहदाक्षर का उपयोग किया जाना चाहिए, नहीं तो लघ्वक्षर का उपयोग को मान्यता दी जाएगी।

एक-दूसरे से संबंधित या एक-दूसरों को पूरे करनेवाले वाक्यों के बीच में अर्धविराम; ) का उपयोग किया जाता है। लंबे वाक्यांश या अल्पविराम सहित के सूचियों में भी इसका उपयोग किया जा सकता है।

मुख्य विरामादि चिह्न की बायीं ओर ख़ाली जगह न छोड़ें लेकिन अनुच्छेद के अंत के अलावा बाक़ी जगहों पर चिह्न की दायीं ओर ख़ाली जगह अवश्य छोड़ें।

उद्धरण चिह्न

प्रत्यक्ष उद्धरण के तौर पर पेश किए गए शब्दों की शुरुआत और अंत में उद्धरण चिह्न का उपयोग किया जाता है। विश्व में ' «» के साथ अन्य कई क़िस्म के उद्धरण चिह्नों का उपयोग किया जाता है।

एलेफ़ेन में का उपयोग किया जाता है क्योंकि यह स्पष्ट है, लिखने में आसान है और इसे अंतर्राष्टीय स्तर पर उपयोग किया जाता है। जब एक उद्धरण के भीतर दूसरा उद्धरण आए तो भीतर के उद्धरण को ' के अंदर रखा जाता है – नीचे इसका उदाहरण दिया गया है। किताबों जैसे अच्छे मुद्रण में “” और ‘’ का उपयोग किया जाता है लेकिन दैनिक संचार में इनकी कोई आवश्यकता नहीं है। उद्धरण चिह्न और उद्धरण के बीच में ख़ाली जगह न छोड़ें।

कुछ भाषाओं में संवादों में जब कोई और इंसान बोलने लगे तो उद्धरण चिह्न की जगह पर योजक चिह्न ( — ) का उपयोग किया जाता है। एलेफ़ेन में इसकी अनुशंसा नहीं की जाती क्योंकि इसे समझने में समस्या हो सकती है।

कहानियों में पात्रों की बोली को पेश करते समय सो पात्र का नाम और बोली की शैली को भी समावेश किया जाता है। वैसे वाक्यों के लिए एलेफ़ेन में हावभाव का वर्णन और मूल उद्धरण के बीच में योजक चिह्न का उपयोग किया जाता है। उस तरह से मूल वाक्य के विरामादि चिह्नों को अपने मौलिक रूप में बचाया जा सकता है:

भाषाओं के बारे में लिखते समय कोई भी वाक्य या वाक्यांश के उल्लेख करते समय उद्धरण चिह्न का उपयोग किया जाना चाहिए:

अन्य विरामादि चिह्न

वाक्य में विश्राम जताने या कुछ शब्दों की अनुपस्थिति जताने के लिए लोप चिह्न ) का उपयोग किया जाता है।

वाक्य के साधारण प्रवाह में डाले गए टिप्पणियों को योजक चिह्नों ( –  या  — ) या कोष्ठक चिह्नों() ) के बीच में रखा जाता है।

स्वर वर्ण की अनुपस्थिति को जताने के लिए ऊर्ध्व अल्पविराम' ) का उपयोग किया जाता है। आम तौर पर कविताओं में ऐसा किया जाता है।

एलेफ़ेन में उल्लिखित देश की प्रथा के मुताबिक़ मौद्रिक चिह्नों (€, ¥, £, $ आदि) को संख्या के आगे या पीछे लिखा जाता है।

एलेफ़ेन में अन्य विरामादि चिह्न मौजूद हैं लेकिन उनका उपयोग एलेफ़ेन के नियमों से कोई संबंध नहीं रखता है।

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